tag:blogger.com,1999:blog-4781064014320594643.post4070746100115006251..comments2023-06-01T08:50:29.624-07:00Comments on <b>हर्फ़-ए-ग़लत</b> <sub> (उम्मी का कलाम)</sub>: क़ुरआन - सूरह अल्मायदा ५Mominhttp://www.blogger.com/profile/13659678910897680043noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4781064014320594643.post-35192292436672285152009-12-13T02:08:58.644-08:002009-12-13T02:08:58.644-08:00maulan bahut hi saargarbhit jawaab diya hai aapne....maulan bahut hi saargarbhit jawaab diya hai aapne.nisaar kis pe nisaar hain!!!!!<br />nisaar sahab khoob padhiye aur kisi bhi cheez ko samagrta mein dekhiye.sandarbh kat kar bat mat kijiye.شہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4781064014320594643.post-30646834855487597502009-12-13T01:15:23.892-08:002009-12-13T01:15:23.892-08:00उल्लू की दुम वह केवल हज के दौरान लोगों के लिए कहा...उल्लू की दुम वह केवल हज के दौरान लोगों के लिए कहा गया है, ले अगली पिछली आयते देख लाया है तेरे लिए साइबर मौलाना <br />5:95 <br />(ऐ ईमानदारों जब तुम हालते एहराम में हो तो शिकार न मारो और तुममें से जो कोई जान बूझ कर शिकार मारेगा तो जिस (जानवर) को मारा है चैपायों में से उसका मसल तुममें से जो दो मुन्सिफ आदमी तजवीज़ कर दें उसका बदला (देना) होगा (और) काबा तक पहुँचा कर कुर्बानी की जाए या (उसका) जुर्माना (उसकी क़ीमत से) मोहताजों को खाना खिलाना या उसके बराबर रोज़े रखना (यह जुर्माना इसलिए है) ताकि अपने किए की सज़ा का मज़ा चखो जो हो चुका उससे तो ख़ुदा ने दरग़ुज़र की और जो फिर ऐसी हरकत करेगा तो ख़ुदा उसकी सज़ा देगा और ख़ुदा ज़बरदस्त बदला लेने वाला है <br />5:96 <br />तुम्हारे और काफ़िले के वास्ते दरियाई शिकार और उसका खाना तो (हर हालत में) तुम्हारे वास्ते जायज़ कर दिया है मगर खुश्की का शिकार जब तक तुम हालते एहराम में रहो तुम पर हराम है और उस ख़ुदा से डरते रहो जिसकी तरफ (मरने के बाद) उठाए जाओगे <br />5:97 <br />ख़ुदा ने काबा को जो (उसका) मोहतरम घर है और हुरमत दार महीनों को और कुरबानी को और उस जानवर को जिसके गले में (कुर्र्बानी के वास्ते) पट्टे डाल दिए गए हों लोगों के अमन क़ायम रखने का सबब क़रार दिया यह इसलिए कि तुम जान लो कि ख़ुदा जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है यक़ीनन (सब) जानता है और ये भी (समझ लो) कि बेशक ख़ुदा हर चीज़ से वाक़िफ है <br /><br />signature:<br />विचार करें कि मुहम्मद सल्ल. कल्कि व अंतिम अवतार और बैद्ध मैत्रे, अंतिम ऋषि (इसाई) यहूदीयों के भी आखरी संदेष्टा? हैं या यह big Game against Islam है? <br />antimawtar.blogspot.com (Rank-2 Blog) <a href="http://antimawtar.blogspot.com/" rel="nofollow">डायरेक्ट लिंक</a><br /><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/1-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंज पूरी मानव-जाति को</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/3-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंज है कि कुरआन में कोई रद्दोबदल नहीं कर सकता</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/blog-post.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंजः कुरआन में विरोधाभास नहीं</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/5-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंजः आसमानी पुस्तक केवल चार</a><br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/4-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंज वैज्ञानिकों को सृष्टि रचना बारे में</a><br /><a href="http://http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/2-7.html" rel="nofollow">अल्लाह का चैलेंज: यहूदियों (इसराईलियों) को कभी शांति नहीं मिलेगी</a><br /><br />छ अल्लाह के चैलेंज सहित अनेक इस्लामिक पुस्तकें<br />islaminhindi.blogspot.com (Rank-3 Blog) <br /><a href="http://islaminhindi.blogspot.com/" rel="nofollow">डायरेक्ट लिंक</a>Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.com